بِسمِ اللہِ الرَّحمٰنِ الرَّحِيم
” शुरू अल्लाह के नाम से जो सब पर मेहरबान है बहुत मेहरबान है “
Hamd Lyrics Hindi – हम्द लिरिक्स हिंदी में
पहला हमद जो अक्सर बचपन में पड़ा करते थे –
بِسمِ اللّٰہِ الرَّحمٰنِ رحیم
आओ आओ सर को झुकाएं।
गीत खुदा की हमद के गाएं।
जिस ने इस दुनिया को बनाया ।
और हमे फिर उसमे बसाया।
जिसने पानी और हवा दी।
जिस ने हमारी आग जला दी।
जिस ने बनाए चाँद सितारे।
फूल खिलाए प्यारे प्यारे।
जिस ने हमे मा बाप दिए हैं।
हम पर हजार अहसान किए हैं।
मा को बख्शी हमारी मुहब्बत।
बाप के दिल में डाली शफ़्क़त।
मेहनत कर के बाप कमाए।
प्यार से मा फिर हमको खिलाए।
नन्हे नन्हे दो चार खिलौने।
ताज़ा ताज़ा मिठाई के दो ने।
अब्बा जी बाज़ार से जाकर ।
रोज़ हमे देते हैं लाकर।
फ़िक्र है कुछ ना किसी का ग़म है।
हम पर खुदा ही का ये करम है
IN ENGLISH –
Aao aao sar ko jhukayein
geet khuda kee hamad ke gaen
jis ne is duniya ko banaaya .
aur hame phir usame basaaya.
jisane paani aur hava dee.
jis ne hamaari aag jala dee.
jis ne banae chand sitaare.
phool khilae pyaare pyaare.
jis ne hame maa baap diye hain.
ham par hajaar ahasaan kie hain.
maa ko bakhshee hamaaree muhabbat.
baap ke dil mein daalee shafqat.
mehanat kar ke baap kamae.
pyaar se maa phir hamako khilae.
nanhe nanhe do chaar khilaune.
taaza taaza mithaee ke done.
abba jee baazaar se jaakar .
roz hame dete hain laakar.
fikr hai kuchh na kisee ka gam hai.
ham par khuda hee ka ye karam hai
दूसरे हमद में अल्लाह रब्बुल इज्ज़त की पाकी और बड़ाई बयान की गई है –
मेरे मौला तेरा सानी नहीं सारे ज़माने में।
तू ही है कादेरे मुतलक़ सदा इस कारखाने में।
ना तुझको ऊंघ आती है, ना तुझको नींद आती है।
है फिर भी मर्ज़ी तेरी सारी दुनिया को सुलाने में।
मेरे मौला तेरा सानी नहीं सारे ज़माने में।
तू ही है कादेरे मुतलक़ सदा इस कारखाने में।
सभी सोते से उठते ही तेरी तस्बीह करतें हैं।
ये कैसी पुर असर दावत मुअज्जिन के जगाने में।
तेरी हमद ओ सना करते हैं तायर अपनी बोली में।
के तू ही तू के गुन गाते है ये सब चहचहाने में।
सुलेमा को जहां पर तूने बादशाही दी है।
तू ही था उसके आली तख्त को उपर उड़ाने में।
मेरे मौला तेरा सानी नहीं सारे ज़माने में।
तू ही है क़ादिरे मुतलक़ सदा इस कारखाने में।
है करते रात दिन तेरी बगावत ये तेरे बन्दे।
लगा है फिर भी तू सबको जहन्नुम से छूडाने में।
खुदाया माफ कर दे तू फहद की भी खताएं सब।
के तेरा हक अदा ना कर सका हूं इस तराने में।
मेरे मौला तेरा सानी नहीं सारे ज़माने में।
तू ही है कादेरे मुतलक़ सदा इस कारखाने में।
IN ENGLISH –
Mera maula tera saani nahin sare zamane me
Tu hi hai Qadir-e-Mutlaq sada is karkhane me
Na tujh ko oongh aati hai, na tujh ko neend aati hai
Hai phir bhi marzi teri saari duniya ko sulane me
Mera maula tera saani nahin sare zamane me
Tu hi hai Qadir-e-Mutlaq sada is karkhane me
Sabhi sote se uthte hi teri tasbeeh karte hain
Ye kaisi pur-asar dawat moazin ke jagane me
Teri hamd-o-sana karte hain tayer apni boli me
Ke tu hi tu ke gun gate hain ye sab chah chahchahane me
Mera maula tera saani nahin sare zamane me
Tu hi hai Qadir-e-Mutlaq sada is karkhane me
Suleman ko jahan per tune baadshahi di hai
Tu hi tha uske aali takht ko upar udane me
Hain karte raat din teri baghawat ye tere bande
Laga hai phir bhi tu sabko jahannum se chhurane me
Khudaya maaf kar de tu fahad ki bhi khatayen sab
Ke tera haq ada na ker saka wo is tarane me
Mere maula tera saani nahin sare zamane me
Tu hi hai Qadir-e-Mutlaq sada is karkhane me
तीसरे हमद में अल्लाह रब्बुल इज्ज़त की रहमान व रहीमी का बयान –
ख़ुदा तेरी जात रहमान है। तेरे नाम ईमान की जान है।
तसर्रफ में तेरे है सरा जहां। तेरे को इल्म में है ज़मीन व जमान
तेरा नूर है हर तरफ जलवा गर। तुझे से मनौवर हैं शम्स ओ क़मर
समंदर की आतिश में पैदा किया। कहीं गुल पे बुलबुल को शैदा किया
उगाएं दानों से तूने शजर। दिए तूने शाखों को बर्ग व समर
किए कान को तूने गौहर अता। सदफ को दिए लो लोए बे बहा
पैदा किए जिन व इंस व परी। अजीब है तेरी शान सनत गरी
तेरी जात है पाक रब्बे आला। तेरा राज हम पर ना अब तक खुला।
नबी व वली ज़ाहिर व पारसा। सभी तेरी दरगाह के है गदा
जिसे चाहे कर दे उसे बादशाह। जिसे चाहे एक दम में कर दे गदा
जबा में मेरी इतनी ताकत कहां। करे वसफ तेरा जो या रब बया
मुहम्मद लकब जिन का खैरुल वरा। हैं कोनैन में अशरफ उल अंबिया
मुहब्बत में उनकी हैं फरखंदा हाल। अता की हमे दौलते ला जावाल
सदाकत का रास्ता दिखाया हमे। बतौर इंसान बनाया हमे
यही कहती बस बनती है दम बदम। करम है करम है करम है करम
बनादे हमे तू हकीकत सनास। ना हम जाए भूल से बातिल के पास
बचा ले हमे हर बुरे काम से। मुहब्बत हो हम को तेरे नाम से
हमे कजब से और दखल से मुराम। तू महफूज़ रख ए खुदा ए अनाम
हमे इल्म से बहरो अंदोज कर। खुद को हमारी तू अफ़रोज़ कर
अमल की वह तौफ़ीक दे कर नवाज़। क़दम के हूं नीचे नसीबे फ़राज़
करम हम पर दायम रहे आय करीम।
जहां को दिखा ये राह मुस्तकीम
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दुआ की गुज़ारिश
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