بِسمِ اللہِ الرَّحمٰنِ الرَّحِيم
” शुरू अल्लाह के नाम से जो सब पर मेहरबान है बहुत मेहरबान है “
Masnoon Duaein Part -3
मस्नून दुआएं –
कोई भी हाजत या कोई परेशानी हो तो उसका हल सिर्फ यही है के हमारे प्यारे नबी (स०अ०) जो तरीका और दुआएं बताई हैं, जो हमारे लिए काफी है और इंशाअल्लाह अल्लाह ज़रूर हाजात और परेशानी दूर करेंगे |
मस्नून दुआएं पार्ट -3 में चंद और दुआएं पेशे खिदमत है –
(1) हिदायत के लिए दुआ –
अल्लाह तआला से हिदायत तलब करने के लिए इन अलफ़ाज़ में दुआ करनी चाहिए |
اهْدِنَا الصِّرَاطَ الْمُسْتَقِيمَ
ए अल्लाह ! हमहें सीधे रास्ता की हिदायत फरमा
(2) जहालत से पनाह मांगने की दुआ –
जहालत से बचने के लिए इस दुआ का अह्तामाम करनी चाहिए |
أَعُوذُ بِٱللَّهِ أَنْ أَكُونَ مِنَ ٱلْجَٰهِلِينَ
अल्लाह की पनाह मांगता हूँ इस बात पर के मैं जाहिलों में से हो जाऊं
(3) कब्रस्तान में दाखिल होने की दुआ –
रसूल अल्लाह (स०अ०) जब कब्रस्तान जाते तो इस दुआ को पढ़ते थें |
اَلسَّلَامُ عَلَیْکُمْ اَھْلَ الدِّیَارِ مِنَ الْمُؤْمِنِیْنَ وَ الْمُسْلِمِیْنَ وَ اِنَّا اِنْ شَاءَ اللّٰهُ بِکُمْ لَلَاحِقُوْنَ َ
ए कब्रस्तान में बसने वाले मोमिनो ! तुमपर सलामती हो, हम भी इंशाअल्लाह तुमसे आ मिलने वाले हैं |
(4) हर काम में कब्याबी की दुआ –
दीन और दुनिया की कब्याबी के लिए इस दुआ को पढना चाहिए |
رَبَّنَآ ءَاتِنَا مِن لَّدُنكَ رَحْمَةًۭ وَهَيِّئْ لَنَا مِنْ أَمْرِنَا رَشَدًۭا
ए हमारे परवरदिगार ! अपनी जानिब से हमें रहमत से नवाजिये और हमारे कामों में अच्छाई पैदा कर दीजिये |
(5) इल्म की ज्यादती की दुआ –
इल्म में इज़ाफा के लिए इस दुआ को पढना चाहिए |
رَّبِّ زِدْنِى عِلْمًۭا
ए परवरदिगार ! मेरे इल्म में ज्यादती अता फरमा
(6) हिज़रत के वक़्त की दुआ
जब किसी मज़बूरी की वजह से किसी जगह मुन्तकिल होना पड़े तो इस दुआ को पढ़े, क्युकि रसूल अल्लाह (स०अ०) हिजरत के वक़्त इस दुआ को पढ़ी थी |
رَّبِّ أَدْخِلْنِى مُدْخَلَ صِدْقٍۢ وَأَخْرِجْنِى مُخْرَجَ صِدْقٍۢ وَٱجْعَل لِّى مِن لَّدُنكَ سُلْطَـٰنًۭا نَّصِيرًۭ
ए मेरे रब ! मुझको खूबी के साथ पहुंचाये और मुझको खूबी के साथ ले जाइये और मुझ को अपने से एसा गलबा दीजिये जिसके साथ नुसरत हो |
(7) ग़मों से निजात के लिए दुआ –
रसूल अल्लाह (स०अ०) को जब कोई रंज व गम पेश आता तो आप (स०अ०) ये दुआ फरमाते थे |
يَا حَىُّ يَا قَيُّومُ بِرَحْمَتِكَ أَسْتَغِيثُ
ए वो ज़ात ! जो जिंदा व जावेद है और तमाम चीजों का थामने वाला है | मैं तेरी रहमत और उम्मीद के साथ तुझ ही से फरयाद करता हूँ |
(8) मुसीबत से निजात की दुआ –
जब कोई मुसीबत या आजमाईश में पड़ जाये तो ये दुआ ज्यादा से ज्यादा पढ़ें |
أَن لَّآ إِلَـٰهَ إِلَّآ أَنتَ سُبْحَـٰنَكَ إِنِّى كُنتُ مِنَ ٱلظَّـٰلِمِينَ
इलाही आप के सिवा कोई इबादत के लायक़ नहीं, आप तमाम एबों से पाक हैं,बेशक मैं ही कुसूरवार हूँ
(9) औलाद के लिए दुआ –
अगर किसी को औलाद न हो, तो इस दुआ का अह्तामाम करना चाहिए |
رَبِّ لَا تَذَرْنِى فَرْدًۭا وَأَنتَ خَيْرُ ٱلْوَٰرِثِينَ
ए मेरे परवरदिगार ! मुझे अकेला मत छोड़ये और आप तो सबसे बेहतर वारिस हैं
(10) जहन्नम के अज़ाब से बचने की दुआ –
दोजख की अज़ाब से बचने के लिए इस दुआ का अह्तामाम करना चाहिए, ये नेक बन्दों की दुआ है, जो दोजख के अज़ाब से बचने के लिए पढ़ा करते थे |
رَبَّنَا ٱصْرِفْ عَنَّا عَذَابَ جَهَنَّمَ ۖ إِنَّ عَذَابَهَا كَانَ غَرَامًا
إِنَّهَا سَآءَتْ مُسْتَقَرًّۭا وَمُقَامًۭا
ए हमारे रब ! हम से जहन्नम का अज़ाब दूर रख क्युके उसका अज़ाब पूरी तबाही मचाने वाला है (और) बेशक जहन्नम बुरा ठिकाना और बुरी जगह है |
दीन की सही मालूमात कुरआन और हदीस के पढने व सीखने से हासिल होगी |(इंशाअल्लाह)
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दुआ की गुज़ारिश
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