इस्लामिक क़ीमती बातें –
(Islamic Quotes ) चंद क़ीमती हदीसें – (Part – 3)
इन क़ीमती बातों को पढ़े और याद करें,क्युकि इर्शदे नबवी (स०अ०) है के जो 40 हदीसें याद कर लेता है तो वह जन्नत में दाखिल होगा |
Islamic Quotes (Part – 3)
नबी करीम (स०अ०) का इरशाद –
1. किसी गरीब को देने पर (सिर्फ) सदके का सवाब मिलता है; लेकिन (गरीब) रिश्तेदार को (देने पर) दुगना सवाब मिलता है |.(1) सदके का (2) रिश्तेदारों के साथ अच्छा सुलूक करने का। |
2. तुम सब अपने रब (अल्लाह) से माफ़ी मांगो, फिर उसी की तरफ़ (इबादत के ज़रिये) मुतवज्जा हो जाओ, यकीन रखो के मेरा रब बड़ामहेरबान और बहुत मुहब्बत करने वाला है। |
3. जब कोई शख्स यतीम बच्चे या बच्ची के सर पर हाथ फेरता है तो जितने बाल पर उस का हाथ गुज़रेगा, उस के हर बाल के बदले में उस के लिये नेकियां लिखी जाएंगी। |
4. जिस शख्स ने किसी नुजूमी (जोतिश) के पास जा कर कुछ पूछा तो उस की 40 रात (और दिन) की नमाज़ (वगैरा) कुबूल नहीं होगी (सवाब नहीं मिलेगा)। |
5. जब तुम अपने पड़ोसियों को यह कहते हुए सुनो के तुम ने अच्छा किया, तो यकीनन तुम ने अच्छा किया। |
6. तुम में सब से बेहतर वह है जो कुरान सीखे और सिखाए । |
7. अल्लाह तआला परेशान हाल की मदद को पसन्द फ़रमाते हैं । |
8. तुम अच्छी तरह बात करने और खाना खिलाने को लाज़िम पक्ड़ो। |
9. तुम पर ज़रूरी और लाज़िम है के भलाइयों का हुक्म करो और बुराइयों से रोको, वरना करीब है के अल्लाह तआला (गुनहगारों के साथ) तुम सब पर अपना अज़ाब भेज दे, उस वक्त तुम अल्लाह तआला से दुआ मागोगे तो कबूल न होगी। |
10. जो आदमी इस हाल में मर जाए के उस में 3 चीज़ें : 1) तकब्बुर 2) खयानत (3) कर्ज़ न हो, तो वह जन्नत में दाखिल होगा। |
11. ज़ियादा मत हँसा करो, इस लिये के ज़ियादा हँसी दिल को मुरदाकर देती है। |
12. जिस ने कुनि में अपनी राए से कोई बात कही वह अपना ठिकाना जहन्नम में बना ले। |
13. माँ बाप की ना फ़रमानी से बचो ! इस लिये के जन्नत की खुश्बू 1000 साल की दूरी से पाई जाती है और अल्लाह की कसम ! माँ बाप का ना फ़रमान उस को नहीं पाएगा। |
14. मिस्वाक कर के पढ़ी जाने वाली नमाज़ की फ़ज़ीलत बगैर मिस्वाक किये पढ़ी जाने वाली नमाज़ से 70 गुना ज़ियादा है। |
15. जो आदमी सूदी माल (बियाज) जमा करता है, तो उस का अन्जाम तंगदस्ती (गरीबी) होता है। |
16. किसी मोमिन में 2 आदतें कभी जमा नहीं हो सकतीं : 1) कन्जूसी और (2) बुरे अख्लाक। |
17. कब्र रोज़ाना पुकार कर कहती है : मैं तन्हाई, कीड़ों मकोड़ों और वहशत का घर हूँ, मैं आग का तन्नूर या जन्नत का बाग हूँ। |
18. जिस आदमी में 3 चीज़ें होंगी, अल्लाह तआला उस को अपनी रहमत में ले लेंगे और उस को जन्नत में दाखिल करेंगे: 1) कमज़ोरों के साथ नरमी करना 2) माँ बाप के साथ महरबानी करना ,3) गुलामों (नौकर चाकर वगैरह) के साथ एहसान करना। |
19. घर में दाखले की इजाज़त लेते वक्त दरवाज़े के सामने खड़े न रहो बल्के दाएं बाएं खड़े रहो। |
20. दुआ नफ़ा पहुँचाती है उन बलाओं में जो नाज़िल हो चुकी हैं और उन बलाओं में भी जो अभी तक नाज़िल नहीं हुई हैं, पस ऐ अल्लाह के बन्दों! खूब दुआ किया करो। |
21. तुम गवाही को मत छुपाया करो, जो शख्स गवाही को छुपाएगा, बिला शुवा उस का दिल गुनहगार होगा और अल्लाह तआला तुम्हारे किये हुए कामों को खूब जानता है। |
22. ना महरम को देखने वाली हर आँख ज़िनाकार है । |
23. बूढ़े आदमी का दिल 2 चीज़ों के बारे में हमेशा जवान रहता है 1) दुनिया की मुहब्बत (2) लम्बी लम्बी उम्मीदें। |
24. जब किसी गुनहगार की तारीफ की जाती है, तो अल्लाह तआला गुस्सा होता है। |
25. अल्लाह तआला किसी बन्दे को किसी नेमत से नवाजे और वह उस पर “अल्हम्दुलिल्लाह” कहे तो उस की यह तारीफ उस नेमत से भी बेहतर है। |
26. एक से खरीद व फरोख्त की बात होने के बाद (जब तक कोई बात ते नहो) दूसरा आदमी खरीद व फरोख्त न करे। |
27. (मैं मज़ाक करता हूँ) मगर उस में भी हक बात ही बोलता हूँ (मज़ाक में भी झूट नहीं बोलता)। |
28. जो शख्स हर महीने दिन सुबह के वक्त शहद चाटेगा, तो उसे कोई बड़ी बीमारी नहीं होगी। |
29. मोमिन के मरने के बाद जिन आमाल और नेकियों का सवाब उस को मिलता रहता है, उन में एक ऐसा इल्म है जो किसी को सिखाया और फैलाया हो। |
30. जिस शख्स ने अपने भाई को किसी ऐसे गुनाह पर शर्मिन्दा किया जिस से वह तौबा कर चुका था, तो वह उस वक्त तक न मरेगा जब तक के वह उस गुनाह को न कर लेगा। |
अल्लाह रब्बुल इज्ज़त से दुआ है के ज्यादा से ज्यादा इन बातों पर अमल की तौफीक़ अता फरमाए – अमीन
दीन की सही मालूमात कुरआन और हदीस के पढने व सीखने से हासिल होगी |(इंशाअल्लाह)
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दुआ की गुज़ारिश
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